श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर
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द्वारका, Gujrat, India
calendar_month खुलने का समय : 06:00 AM - 09:00 PM

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के बारे में

गुजरात के द्वारका में स्थित नागेश्वर ज्योतिर्लिंग भगवान शिव को समर्पित बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। "नागेश्वर" नाम का अर्थ है "नागों का भगवान", यह शिव द्वारा एक भक्त कर्कट को नागों से जुड़े अभिशाप से बचाने की मिथक से जुड़ा है। यह मंदिर अपने आध्यात्मिक महत्व और नाग पंचमी उत्सव के लिए प्रसिद्ध है, जहाँ भक्त प्रार्थना और प्रसाद के साथ साँपों का सम्मान करते हैं।

क्या अपेक्षा करें?

द्वारका में नागेश्वर ज्योतिर्लिंग अपनी दिव्य आभा और शांत वातावरण के साथ आध्यात्मिक रूप से समृद्ध अनुभव प्रदान करता है। मंदिर में स्वयंभू शिव लिंगम है, जो आशीर्वाद और आध्यात्मिक विकास की प्राप्ति के लिए एक स्थान है। आगंतुक वास्तुकला शैलियों, सांस्कृतिक अनुष्ठानों और नाग पंचमी जैसे त्योहारों के अनूठे मिश्रण का आनंद ले सकते हैं। शांत वातावरण और अरब सागर के सुंदर दृश्य इसे चिंतन के लिए एक आदर्श स्थान बनाते हैं। यह यात्रा आध्यात्मिक तृप्ति और सांस्कृतिक विसर्जन की गहरी भावना प्रदान करती है।

 

टिप्स विवरण

  • मौसम उष्णकटिबंधीय।
  • भाषा गुजराती, हिन्दी।
  • मुद्रा भारतीय रुपया।
  • आपातकाल 100, 108, 112।
  • यात्रा का सर्वोत्तम समय अक्टूबर से मार्च।
  • ड्रेस कोड सभ्य पोशाक आवश्यक है।
More Info

 

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के बारे में अधिक जानकारी

भगवान शिव को समर्पित बारह पवित्र ज्योतिर्लिंगों में से एक नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, प्राचीन पौराणिक कथाओं में गहराई से निहित है। कहानी कर्कट के इर्द-गिर्द घूमती है, एक नाग जिसे ऋषि अगस्त्य ने एक अन्य नाग वासुकी द्वारा खाए जाने का श्राप दिया था। सुरक्षा की तलाश में, कर्कट शिव की ओर मुड़ा, जिन्होंने नागों के देवता नागेश्वर का रूप धारण किया और वासुकी को हराकर कर्कट को उसके भाग्य से बचाया। इस जीत के उपलक्ष्य में, शिव ने नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रकट हुए, जो प्रकाश का एक स्वयंभू लिंग है। जटिल नक्काशी से सुसज्जित यह मंदिर आध्यात्मिक महत्व रखता है, जो भक्तों के मन और आत्मा को शुद्ध करता है। यह हिंदू पौराणिक कथाओं में शक्ति और परिवर्तन के प्रतीक नागों से भी जुड़ा है। यह मंदिर अपने जीवंत त्योहारों के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें नाग पंचमी भी शामिल है, जहाँ भक्त प्रार्थना और प्रसाद के साथ नागों का सम्मान करते हैं। नागेश्वर ज्योतिर्लिंग बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है, जो शिव की करुणा और भक्ति की परिवर्तनकारी शक्ति का प्रतीक है।

मंदिर ज्ञात
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग को सभी विषों और बुराइयों से बचाने वाले के रूप में अपनी शक्तिशाली उपस्थिति के लिए सम्मानित किया जाता है।

Timings
Open : 06:00 AM Close : 09:00 PM

प्रवेश शुल्क
No Entry Fee Required.

Tips and restrictions
शालीन कपड़े पहनें, बड़े बैग या इलेक्ट्रॉनिक सामान ले जाने से बचें और मंदिर के नियमों और विनियमों का सम्मान करें।

सुविधाएँ
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर दर्शन, पूजा, आवास और भोजन सेवाओं सहित विभिन्न सुविधाएं प्रदान करता है।

समय की आवश्यकता
No Specific Timings.

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, द्वारका तक कैसे पहुँचें?

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात के द्वारका में स्थित है।

  • हवाई मार्ग से निकटतम हवाई अड्डा जामनगर हवाई अड्डा (JMI) है, जो 137 किमी दूर है। द्वारका के लिए टैक्सी या बस किराए पर लें।
  • रेल मार्ग से द्वारका रेलवे स्टेशन अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। मंदिर तक टैक्सी या ऑटो-रिक्शा लें।
  • बस से द्वारका बस स्टैंड पर नियमित सेवाएं उपलब्ध हैं। मंदिर तक जाने के लिए टैक्सी या ऑटो-रिक्शा किराए पर लें।
  • सड़क मार्ग से द्वारका राष्ट्रीय राजमार्ग 47 से जुड़ा हुआ है। मंदिर तक जाने के लिए संकेतों का अनुसरण करें।

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग सेवाएँ

  • दर्शन सामान्य, विशेष (ऑनलाइन), वीआईपी (सीमित, ऑनलाइन)
  • पूजा अभिषेक, आरती, रुद्राभिषेक, लक्ष्मी पूजा (कीमतें अलग-अलग हैं)।
  • ऑनलाइन बुकिंग विशेष एवं वीआईपी दर्शन के लिए उपलब्ध।
  • टिप्पणी पीक सीजन के दौरान पहले से बुकिंग करवा लें। अपडेट के लिए वेबसाइट देखें।

 

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग आरती का समय

यहां नागेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर की कुछ आरती के समय दिए गए हैं:

  • प्रातः आरती सुबह 7 बजे
  • दोपहर की आरती दोपहर 12 बजे
  • सायंकालीन आरती शाम 7 बजे 
  • महाभोग महाआरती 12–12:30 अपराह्न 
  • मध्य स्नान 4–4:30 अपराह्न 
  • शयन आरती 8:30–9 बजे 

पर्यटक स्थल

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के निकट देखने योग्य स्थान

  • द्वारका बीच
  • गोपीताल मंदिर
  • बेट द्वारका
  • नागेश्वर कृष्ण मंदिर

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के निकट अन्य धार्मिक स्थान

  • रुक्षमणि मंदिर
  • द्वारकाधीश मंदिर
  • भद्रेश्वर मंदिर
  • जंबुकेश्वर मंदिर

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग की स्थानीय भोजन विशेषता

  • कचौरी
  • खांडवी
  • गुलाब जामुन
  • ढोकला
  • थाली: जिसमें दाल, रोटी, सब्जी, चावल, सलाद और मिठाई है।

 

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