More Info
Famous For
महात्मा गांधी का बचपन, बंधेज कपड़े, काठियावाड़ी व्यंजन, पारंपरिक हस्तशिल्प।
राजकोट - सौराष्ट्र की सांस्कृतिक धड़कन
सौराष्ट्र क्षेत्र के मध्य में स्थित राजकोट विरासत और आधुनिकता का शहर है। यह महात्मा गांधी के बचपन के घर के रूप में प्रसिद्ध है और इसमें भारत के स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी कई ऐतिहासिक जगहें हैं। यह शहर पारंपरिक कलाओं, बांधनी वस्त्रों, चांदी के काम और स्वादिष्ट काठियावाड़ी भोजन का भी केंद्र है। राजकोट पुरानी दुनिया के आकर्षण को तेजी से बढ़ते औद्योगिक और शैक्षिक केंद्र की ऊर्जा के साथ जोड़ता है, जो इसे यात्रियों के लिए एक अनूठा गंतव्य बनाता है।
टिप्स विवरण
- भाषा गुजराती, हिंदी, अंग्रेजी।
- मुद्रा भारतीय रुपया (आईएनआर)।
- स्थानीय आपातकालीन नंबर पुलिस – 100, एम्बुलेंस – 102, अग्निशमन – 101, पर्यटक हेल्पलाइन – 1800-111-363।
राजकोट में करने योग्य गतिविधियाँ
- काबा गांधी नो डेलो जाएँ – महात्मा गांधी का बचपन का निवास और संग्रहालय।
- वॉटसन संग्रहालय देखें – औपनिवेशिक और स्थानीय इतिहास का खजाना।
- अजी डैम गार्डन और प्रद्युम्न पार्क चिड़ियाघर में आराम करें।
- बांधनी कपड़े और स्थानीय हस्तशिल्प की खरीदारी करें।
- स्ट्रीट फ़ूड और काठियावाड़ी थाली का आनंद लें।
राजकोट कैसे पहुंचें?
- हवाई मार्ग से राजकोट अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (हीरासर) दिल्ली, मुंबई आदि प्रमुख शहरों को जोड़ता है।
- रेल मार्ग से राजकोट जंक्शन प्रमुख भारतीय शहरों से ट्रेनों द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
- सड़क मार्ग से NH27 और अन्य राजमार्ग अहमदाबाद, जामनगर और भावनगर जैसे शहरों से बस या टैक्सी द्वारा राजकोट तक पहुँच सकते हैं।
निष्कर्ष
राजकोट आध्यात्मिकता, इतिहास और आधुनिक जीवन का एक रोमांचक मिश्रण है। चाहे आप गांधी की विरासत का पता लगा रहे हों या स्थानीय स्वाद और शिल्प का आनंद ले रहे हों, राजकोट एक संपूर्ण यात्रा अनुभव प्रदान करता है।