दुबराजपुर
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दुबराजपुर, West Bengal, India
दुबराजपुर, बीरभूम जिले का एक छोटा सा शहर है, जो अपने ग्रेनाइट चट्टानों, पौराणिक कथाओं और शांत ग्रामीण वातावरण के लिए जाना जाता है।
Best Time to Visit
Festival and events

त्योहार और आयोजन

  • दुर्गा पूजा
  • पौष मेला (शांतिनिकेतन में)
  • स्थानीय  मेले और सांस्कृतिक कार्यक्रम
More Info

 

Famous For
मामा-भांजा पहाड़, ग्रेनाइट चट्टानें, पौराणिक महत्व और शांतिपूर्ण ग्रामीण परिदृश्य के लिए प्रसिद्ध है।

दुबराजपुर: जहाँ प्रकृति और पौराणिकता मिलती है

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित दुबराजपुर, प्राकृतिक चट्टानों और लोककथाओं से घिरा एक खूबसूरत शहर है। यह मामा भगने पहाड़ (चाचा-भतीजा पहाड़ी) के लिए सबसे प्रसिद्ध है, जो बड़े ग्रेनाइट पत्थरों वाला एक स्थल है जो पौराणिक कथाओं और स्थानीय किंवदंतियों से भरा हुआ है। दुबराजपुर की प्राकृतिक सुंदरता एक शांतिपूर्ण ग्रामीण परिवेश प्रदान करती है, जो एकांत और सादगी की तलाश करने वाले यात्रियों के लिए आदर्श है। यह शहर सांस्कृतिक रूप से समृद्ध है, जो बंगाल की लोक परंपराओं के सार को दर्शाता है, और बोलपुर और शांतिनिकेतन के करीब स्थित है, जो इसे बीरभूम क्षेत्र की खोज करने वाले पर्यटकों के लिए एक दिलचस्प पड़ाव बनाता है।

टिप्स विवरण

  • भाषा बंगाली, हिंदी, अंग्रेज़ी।
  • मुद्रा भारतीय रुपया (INR)।
  • स्थानीय आपातकालीन नंबर 100 (पुलिस), 101 (दमकल), 102 (एम्बुलेंस)।

शहर में करने योग्य कार्य

  • मामा-भांजा पहाड़ की यात्रा पौराणिक ग्रेनाइट चट्टानों की खोज करें और उनकी कहानियों को जानें।
  • प्राकृतिक ट्रेल्स आसपास के ग्रामीण इलाकों में टहलें और प्रकृति का आनंद लें।
  • ग्रामीण जीवन का अनुभव स्थानीय लोगों से मिलें और पारंपरिक जीवनशैली को देखें।
  • स्थानीय बाजारों की खोज बंगाली हस्तशिल्प और स्नैक्स का स्वाद लें।
  • बोलपुर और शांतिनिकेतन की यात्रा निकटवर्ती सांस्कृतिक स्थलों की सैर करें।

दुबराजपुर कैसे पहुँचें ?

  • हवाई मार्ग से नजदीकी हवाई अड्डा काज़ी नजरुल इस्लाम एयरपोर्ट, दुर्गापुर (लगभग 65 किमी), या कोलकाता एयरपोर्ट (लगभग 200 किमी)।
  • रेल मार्ग से दुबराजपुर रेलवे स्टेशन हावड़ा, आसनसोल, बोलपुर और अंडाल से जुड़ा है।
  • सड़क मार्ग से बोलपुर, दुर्गापुर और सूरी से सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।

निष्कर्ष

दुबराजपुर एक शांत और प्राकृतिक स्थल है, जहाँ चट्टानों की सुंदरता और पौराणिक कहानियाँ यात्रियों को आकर्षित करती हैं। यह बीरभूम क्षेत्र के अनूठे स्थलों में से एक है।

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