बोगुरा: प्राचीन पुंड्रवर्धन का द्वार
बोगुरा को अक्सर "उत्तर बंगाल का प्रवेश द्वार" कहा जाता है। यह बांग्लादेश के सबसे पुराने नगर स्थलों में से एक, महास्थानगढ़ का घर है, जिसकी उत्पत्ति तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व से मानी जाती है। बोगुरा पारंपरिक कुम्हारी, टेराकोटा कला और हथकरघा बुनाई के लिए भी जाना जाता है। यहाँ का प्रसिद्ध "बोगुरा दही" स्वादिष्ट और मलाईदार होता है। करतोआ नदी के किनारे शांति का अनुभव मिलता है। ऐतिहासिक धरोहरों, शिक्षण संस्थानों और स्थानीय आतिथ्य के कारण यह शहर यात्रियों को बहुत आकर्षित करता है।
बोगुरा एक ऐसा शहर है जहाँ प्राचीन इतिहास, पारंपरिक कारीगरी और सांस्कृतिक गर्मजोशी का संगम मिलता है। यह बांग्लादेश की विरासत को करीब से जानने का एक शानदार अवसर देता है।
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