माँ बिराजा मंदिर शक्ति पीठ, जजपुर
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पुरी, , India
calendar_month खुलने का समय : 06:00 AM - 08:30 PM

बिरजा शक्तिपीठ के बारे में

ओडिशा के जाजपुर में स्थित बिरजा मंदिर, सबसे प्रमुख शक्तिपीठों में से एक है, जो देवी दुर्गा से जुड़े होने के कारण पूजनीय है। ऐसा माना जाता है कि सती का हृदय उनके आत्मदाह के बाद यहीं गिरा था। मंदिर परिसर में विभिन्न देवताओं को समर्पित कई मंदिर हैं, जो इसे हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल बनाते हैं।

क्या अपेक्षा करें?

ओडिशा के जाजपुर में स्थित एक प्रतिष्ठित शक्तिपीठ, बिराजा मंदिर, एक गहन आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है। देवी दुर्गा को समर्पित यह प्राचीन मंदिर परिसर इतिहास और पौराणिक कथाओं से भरा हुआ है। मंदिर की दिव्य ऊर्जा में डूब जाएँ, जटिल अनुष्ठानों को देखें और ओडिशा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का पता लगाएँ। विशेष रूप से त्योहारों के दौरान बड़ी भीड़ के लिए तैयार रहें और स्वादिष्ट स्थानीय व्यंजनों का आनंद लें।

टिप्स विवरण

  • मौसम ओडिशा में उष्णकटिबंधीय मानसून जलवायु होती है, जिसमें गर्म और आर्द्र ग्रीष्मकाल तथा सुखद सर्दियाँ होती हैं।
  • यात्रा के लिए सर्वोत्तम समय शीत ऋतु के महीने (अक्टूबर से फरवरी)।
  • भाषा ओडिया, हिन्दी।
  • मुद्रा भारतीय रुपया (आईएनआर)।
  • स्थानीय आपातकालीन नंबर 100।
  • मंदिर ड्रेस कोड हालांकि यहां कोई सख्त ड्रेस कोड नहीं है, फिर भी कंधे और घुटनों को ढकने वाले शालीन कपड़े पहनने की सलाह दी जाती है।
More Info

 

बिरजा शक्तिपीठ के बारे में अधिक जानकारी

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, बिरजा मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है, जहाँ सती के आत्मदाह के बाद उनके शरीर के अंग गिरे थे। ऐसा माना जाता है कि सती की नाभि यहाँ गिरी थी, जिससे यह एक अत्यधिक पूजनीय तीर्थ स्थल बन गया। यह मंदिर भगवान शिव द्वारा सती के मृत शरीर को लेकर दुःख में ब्रह्मांड में भटकने की कथा से जुड़ा है। अपने दुख को कम करने के लिए, भगवान विष्णु ने उनके शरीर के टुकड़े कर दिए, और उनके अंग बिरजा सहित विभिन्न स्थानों पर गिरे। मंदिर परिसर दुर्गा, विष्णु, शिव और गणेश सहित विभिन्न देवताओं को समर्पित है। मुख्य देवता, बिरजा को दुर्गा का एक रूप माना जाता है और उन्हें सर्वोच्च शक्ति के रूप में पूजा जाता है। मंदिर की वास्तुकला और जटिल नक्काशी ओडिशा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है।

मंदिर ज्ञात
बिरजा मंदिर अपनी जटिल नक्काशी, अनूठी वास्तुकला और देवी दुर्गा से जुड़ी शक्तिशाली आध्यात्मिक ऊर्जा के लिए प्रसिद्ध है। यह भारत के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है, जिसका इतिहास और पौराणिक महत्व बहुत समृद्ध है।

Timings
Open : 06:00 AM Close : 08:30 PM

प्रवेश शुल्क
No Entry Fee Required.

Tips and restrictions
स्वच्छता बनाए रखें, धार्मिक भावनाओं का सम्मान करें, मंदिर के दिशानिर्देशों का पालन करें और कूड़ा-कचरा फैलाने से बचें।

सुविधाएँ
बिरजा मंदिर तीर्थयात्रियों के लिए पार्किंग, पेयजल और विश्राम क्षेत्र जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करता है।

समय की आवश्यकता
No Specific Timings.

बिरजा शक्तिपीठ तक कैसे पहुंचें?

हवाई मार्ग से

  • निकटतम हवाई अड्डा बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, भुवनेश्वर।
  • दूरी लगभग 100 किलोमीटर।

रेल मार्ग से

  • निकटतम रेलवे स्टेशन जाजपुर क्योंझर रोड रेलवे स्टेशन।
  • दूरी लगभग 20 किलोमीटर।

सड़क मार्ग से

  • सड़क संपर्क बिरजा मंदिर सड़क मार्ग द्वारा भुवनेश्वर, कटक और कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
  • बस सेवाएं इन शहरों से नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं।

बिरजा शक्तिपीठ सेवाएं

  • मंदिर टिकट की कीमत बिरजा मंदिर में दर्शन के लिए कोई विशेष टिकट शुल्क नहीं है। यह एक निःशुल्क प्रवेश मंदिर है।
  • पूजा मूल्य सूची हालांकि कोई आधिकारिक मूल्य सूची नहीं है, लेकिन आप मंदिर को स्वैच्छिक दान दे सकते हैं। पुजारी आरती, अभिषेक और विशेष प्रार्थना जैसी विभिन्न पूजाएँ कर सकते हैं।
  • ऑनलाइन टिकट बुकिंग वर्तमान में, बिरजा मंदिर में दर्शन या पूजा के लिए कोई ऑनलाइन बुकिंग प्रणाली नहीं है।

बिरजा शक्तिपीठ आरती का समय

बिरजा मंदिर में आरती का समय अलग-अलग हो सकता है, लेकिन आम तौर पर आप सुबह और शाम को आरती समारोह आयोजित होने की उम्मीद कर सकते हैं। सबसे सटीक समय के लिए आगमन पर मंदिर के अधिकारियों से जांच करना सबसे अच्छा है।

पर्यटक स्थल

बिरजा मंदिर के पास देखने लायक जगहें

  • जाजपुर
  • चांदीपुर बीच
  • धौली हिल्स

बिरजा मंदिर के निकट अन्य धार्मिक स्थल

  • लिंगराज मंदिरभुवनेश्‍वर
  • जगन्‍नाथ मंदिरपुरी
  • कोणार्क सूर्य मंदिर

बिरजा शक्तिपीठ की स्थानीय खाद्य विशेषता

  • दहीबारा आलू डोम
  • छेना पोड़ा
  • पखला
  • सैंटुला
  • खीरा
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