जानकारी भरें
2
बुकिंग जाँचे
3
भुगतान करें
4
नाम , गोत्र और पता लिखें
शिव तांडव स्तोत्र पाठ
शिव तांडव स्तोत्र पाठ
शक्ति और साहस में वृद्धि, सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह, मानसिक शांति, मानसिक शांति, कष्टों से मुक्ति, दुश्मनों से सुरक्षा
उज्जैन, महाकाल बैक साइड, मध्य प्रदेश 456006

17, जून , Tuesday

पूजा की बुकिंग बंद हो जाएगी: 16-06-25
दिन
घंटा
मिनट
सेकेंड
अब तक10041+ भक्तों ने महाकाल.कॉम की पूजा सेवा के माध्यम से आयोजित पूजा में सहभागी बन चुके हैं।

शिव तांडव स्तोत्र पाठ

शिव तांडव स्तोत्र भगवान शिव की स्तुति में एक महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध स्तोत्र है। इसका लेखन रावण द्वारा किया गया था, जो भगवान शिव का भक्त था। इस स्तोत्र में भगवान शिव के तांडव नृत्य का वर्णन किया गया है, जो उनके अद्वितीय और रौद्र रूप को दर्शाता है। तांडव नृत्य को सृष्टि की उत्पत्ति और विनाश का प्रतीक माना जाता है। इस पाठ का जप करने से भक्त भगवान शिव की कृपा प्राप्त करते हैं और मानसिक शक्ति में वृद्धि होती है। 

रावन द्वारा रचित शिव तांडव स्तोत्र को बहुत ही चमत्कारी माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव की उपासना के समय शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करने से जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती है। बता दें कि भय, रोग, दोष और संकटों से मुक्ति के लिए शिव तांडव स्तोत्र को बहुत ही प्रभावशाली माना जाता है। 

शिव तांडव स्तोत्र पाठ का महत्व

नियमित रूप से शिव तांडव स्तोत्र के पाठ करने से भगवान शिव सर्वाधिक प्रसन्न होते हैं। साथ ही साधक की सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है। इसके साथ शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करने से कुंडली में शनि ग्रह का दुष्प्रभाव कम होता है। यह स्तोत्र कालसर्प दोष, कालसर्प योग और पितृ दोष से मुक्ति के लिए भी कारगर माना जाता है।

नियमित रूप से शिव तांडव स्तोत्र के पाठ करने से भगवान शिव सर्वाधिक प्रसन्न होते हैं। साथ ही साधक की सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है। इसके साथ शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करने से कुंडली में शनि ग्रह का दुष्प्रभाव कम होता है। यह स्तोत्र कालसर्प दोष, कालसर्प योग और पितृ दोष से मुक्ति के लिए भी कारगर माना जाता है।

शिव तांडव स्तोत्र पाठ का नियम

भगवान शिव को समर्पित शिव तांडव स्तोत्र का पाठ सुबह या शाम अर्थात प्रदोष काल में करना चाहिए। ऐसा करने से पहले स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस दौरान स्नानादि के बाद ही स्वच्छ वस्त्र पहनें और धूप, दीप एवं नैवेद्य से उनका पूजन करें। शिव तांडव स्त्रोत का पाठ लय में करने से विशेष प्रभाव पड़ता है। पाठ समाप्त होने के बाद भगवान शिव का ध्यान करें।

शिव तांडव स्तोत्र पाठ के उद्देश्य:

  • भगवान शिव की कृपा प्राप्त करना: इस पाठ का मुख्य उद्देश्य भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करना है।
  • शक्ति और साहस में वृद्धि: इस पाठ का एक उद्देश्य व्यक्ति में शक्ति और साहस का संचार करना है,
  • जिससे वह जीवन की चुनौतियों का सामना कर सके।
  • आध्यात्मिक उन्नति: शिव तांडव स्तोत्र पाठ के माध्यम से साधक की आत्मा का शुद्धिकरण और आध्यात्मिक उन्नति की प्राप्ति करना।
  • कष्टों से मुक्ति: जीवन में आने वाली बाधाओं और कष्टों को दूर करने के लिए इस पाठ का पाठ किया जाता है।
  • सकारात्मक ऊर्जा का संचार: इस पाठ का उद्देश्य सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करना और नकारात्मकता को दूर करना है।

शिव तांडव स्तोत्र पाठ के लाभ

  • शक्ति और साहस में वृद्धि: इस पाठ का नियमित जप करने से व्यक्ति में शक्ति और साहस का संचार होता है। यह आत्मविश्वास को बढ़ाता है और जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में मदद करता है।
  • सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह: शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करने से चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह नकारात्मकता को दूर करने में सहायक होता है।
  • मानसिक शांति: इस स्तोत्र का पाठ मानसिक शांति और संतुलन प्रदान करता है। यह चिंता, तनाव और भय को कम करता है।
  • कष्टों से मुक्ति: शिव तांडव स्तोत्र के जप से जीवन में आने वाली बाधाओं और कष्टों से मुक्ति मिलती है। भगवान शिव की कृपा से सभी दुखों का नाश होता है।
  • आध्यात्मिक उन्नति: यह पाठ व्यक्ति को आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनाता है। शिव तांडव स्तोत्र का जप करने से साधक की आत्मा शुद्ध होती है और मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है।
  • दुश्मनों से सुरक्षा: शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति अपने शत्रुओं से सुरक्षित रहता है। यह दुश्मनों को पराजित करने की शक्ति प्रदान करता है।

शिव तांडव स्तोत्र पाठ भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है और इसे नियमित रूप से पाठ करने से व्यक्ति को मानसिक शांति, शक्ति, और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है। यह पाठ न केवल भौतिक समस्याओं का समाधान करता है, बल्कि आध्यात्मिक विकास के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है

बुकिंग प्रक्रिया

1. पूजा पैकेज चुनें

अपना पसंदीदा पैकेज चुनें: व्यक्तिगत, साथी, पारिवारिक, या संयुक्त परिवार पूजा- जो आपकी आध्यात्मिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है।

2. वैकल्पिक पेशकश और समीक्षा विवरण जोड़ें

आध्यात्मिक आशीर्वाद अर्जित करने के लिए गौ सेवा, वस्त्र दान, या भोजन दान, पेड़ लगाना और बहुत कुछ जैसे प्रसाद शामिल करके अपने अनुभव को बढ़ाएं।

अपने चयनित पूजा के लिए भुगतान विवरण की समीक्षा करें, जिसमें पैकेज और आपके द्वारा जोड़ा गया कोई भी अतिरिक्त प्रसाद शामिल है।

3. भुगतान करें

क्रेडिट/डेबिट कार्ड, यूपीआई और डिजिटल वॉलेट सहित ऑनलाइन भुगतान विकल्पों को सुरक्षित करने के लिए आगे बढ़ें। अपने भुगतान को अंतिम रूप देने से पहले सभी विवरणों की समीक्षा करें।

4. मंगलाचरण के लिए विवरण दर्ज करें

फॉर्म में अपना नाम और गोत्र भरें, और पूजा में भाग लेने वाले परिवार के सदस्यों के नाम और गोत्र जोड़ें।

चुनें कि क्या आप पूजा प्रसाद प्राप्त करना चाहेंगे (हाँ या नहीं में)।

5. अपडेट और डिलिवरेबल्स प्राप्त करें

लाइव स्ट्रीमिंग शुरू होने से एक घंटा पहले सूचना प्राप्त करें। पूजा के बाद, 4-5 दिनों के भीतर रिकॉर्ड किया गया वीडियो, अपनी यात्रा का एक प्रमाण पत्र, और 7-8 दिनों के भीतर आपके दरवाजे पर दिव्य प्रसाद प्राप्त करें (केवल तभी लागू होता है जब आप फॉर्म भरने के दौरान "हाँ" चुनते हैं)।

 

मंदिर के बारे में

मंदिर या स्थल के बारे में विवरण डालें] जिस मंदिर में नवग्रह शांति पूजा की जाती है वह एक पवित्र स्थल है जो अपने आध्यात्मिक महत्व और शांतिपूर्ण माहौल के लिए जाना जाता है। यह विभिन्न अनुष्ठानों और समारोहों की मेजबानी करने के लिए सुसज्जित है, जो पूजा के लिए एक शांत वातावरण प्रदान करता है। महाकाल डॉट कॉम मंदिर के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करता है, जिसमें इसकी सुविधाएँ, स्थान और विशेष व्यवस्थाएँ शामिल हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि आपकी यात्रा आरामदायक और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध हो। 

Reviews & Ratings

Read what our beloved devotees have to say about Mahakal.com.

5.0/5

No comment given yet!

उत्तर: उपलब्ध सूची में से अपनी इच्छित पूजा चुनें, पसंदीदा तिथि और समय चुनें, आवश्यक विवरण भरें और अपनी बुकिंग की पुष्टि करने के लिए भुगतान पूरा करें।

उत्तर: बुकिंग के बाद, आपको निर्धारित समय, पंडित विवरण और वर्चुअल सत्र में शामिल होने के लिए एक लिंक (यदि लागू हो) के साथ एक पुष्टिकरण ईमेल या एसएमएस प्राप्त होगा।

उत्तर: एक बार ऑनलाइन पूजा बुक हो जाने के बाद आप उसे पुनर्निर्धारित या रद्द नहीं कर सकते। अनुष्ठान की उचित व्यवस्था और पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए सभी बुकिंग अंतिम हैं।

उत्तर: यदि आप सत्र में शामिल होने में समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो कृपया अपना इंटरनेट कनेक्शन जांचें और अपने पुष्टिकरण ईमेल में विवरण सत्यापित करें। यदि समस्या बनी रहती है, तो सहायता के लिए सहायता से संपर्क करें।

उत्तर: हां, हमारी सभी ऑनलाइन पूजाएं अनुभवी और योग्य पंडितों द्वारा आयोजित की जाती हैं जो पारंपरिक अनुष्ठानों का पालन करते हैं और आपकी आवश्यकताओं के अनुसार व्यक्तिगत प्रार्थनाएं करते हैं।

Top
Hindi