राहु-केतु दोष निवारण पूजा
राहु और केतु, जो कि छाया ग्रह माने जाते हैं, का व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव होता है। ये ग्रह कुंडली में अशुभ प्रभाव डाल सकते हैं, जिससे व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे मानसिक तनाव, स्वास्थ्य समस्याएँ, आर्थिक संकट, और पारिवारिक विवाद। राहु-केतु दोष निवारण पूजा का उद्देश्य इन ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को कम करना और व्यक्ति के जीवन में शांति और समृद्धि लाना है।
हमारे वैदिक पंडित पूजा के दौरान आपके नाम और गोत्र का उच्चारण करेंगे। आपको पूजा की लाइव स्ट्रीमिंग का नोटिफिकेशन और रिकॉर्डेड वीडियो प्रदान किया जाएगा। इसके साथ, आपको चयनित पूजा का विवरण और आपके नाम सहित एक प्रमाणपत्र भी प्रदान किया जाएगा। हमारी सेवाओं में केवल अनुभवी एवं योग्य वैदिक पंडितों द्वारा ही पूजा कराई जाती है। इसके अतिरिक्त, पूजा का प्रसाद आपको घर पहुंच सेवा के माध्यम से भेजा जाएगा।
राहु-केतु दोष निवारण पूजा का उद्देश्य
- राहु और केतु के कुप्रभावों को शांत करना।
- मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त करना।
- स्वास्थ्य समस्याओं को कम करना।
- आर्थिक स्थिति में सुधार लाना।
- पारिवारिक संबंधों में सामंजस्य और शांति स्थापित करना।
- जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करना।
राहु-केतु दोष निवारण पूजा के प्रभाव
- मानसिक शांति: राहु-केतु दोष के कारण होने वाली मानसिक अशांति और चिंता में कमी आती है। पूजा के बाद व्यक्ति को मानसिक शांति और स्थिरता मिलती है।
- स्वास्थ्य में सुधार: इस पूजा के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में सुधार होता है, विशेषकर उन बीमारियों में जो राहु-केतु दोष के कारण उत्पन्न होती हैं।
- आर्थिक स्थिरता: राहु और केतु के अशुभ प्रभावों के कारण आने वाली आर्थिक कठिनाइयाँ दूर होती हैं, और व्यक्ति की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
- रिश्तों में सुधार: पारिवारिक और वैवाहिक जीवन में जो समस्याएँ राहु-केतु दोष के कारण उत्पन्न होती हैं, वे पूजा के प्रभाव से कम हो जाती हैं। रिश्तों में सामंजस्य और शांति आती है।
- नकारात्मक ऊर्जाओं से मुक्ति: राहु-केतु दोष निवारण पूजा नकारात्मक ऊर्जाओं और बाधाओं को कम करती है, जिससे जीवन में सकारात्मकता और प्रगति का अनुभव होता है।
- कैरियर और जीवन में प्रगति: इस पूजा के प्रभाव से करियर और व्यवसाय में आने वाली अड़चनें दूर होती हैं, और व्यक्ति के जीवन में प्रगति और उन्नति होती है।
- बाधाओं का निवारण: राहु और केतु के नकारात्मक प्रभावों के कारण उत्पन्न बाधाओं को दूर करने में यह पूजा सहायक होती है, जिससे जीवन में सकारात्मक बदलाव आता है।