भगवान सूर्यदेव, जो ऊर्जा और जीवन के स्रोत हैं, की पूजा विशेष चढ़ावे के साथ करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता और समृद्धि आती है। सूर्यदेव को जल चढ़ाना और लाल वस्त्र, लाल फूल, गेहूं, गुड़, लाल चंदन, और अक्षत चढ़ाने का विशेष महत्व है। सूर्य पूजा के दौरान तांबे के पात्र में जल भरकर उसमें लाल फूल, अक्षत, और रोली मिलाकर सूर्य को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है। रविवार को विशेष रूप से गुड़ और गेहूं का दान, सूर्य मंत्र का जाप, और दीपक जलाकर सूर्यदेव की आराधना करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह पूजा स्वास्थ्य, धन, और समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति का माध्यम है।