श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग धाम

ऐसा माना जाता है कि मुख्य मंदिर को स्वंय चंद्रदेव सोम ने सोने से बनवाया था, क्योंकि वह दक्ष प्रजापति के श्रप से मुक्ति पाना चाहता था। इसके बाद इसे सूर्य देवता ने चांदी से और फिर श्री कृष्ण ने इसे लकड़ी से बनवाया। 11वीं शताब्दी में सोलंकी राजपूत ने चलुकयान शैली में पत्थर से एक नए मंदिर का निर्माण करवाया, जिसका शिखर 50 मीटर ऊंचा था।
सोमनाथ का मौसम अरब सागर के करीब होने के कारण सोमनाथ का मौसम सामान्य बना रहता है। गर्मी यहां थोड़ी ज्यादा पड़ती है, पर ठंड का मौसम काफी खुशनुमा होता है। वहीं बरसात के समय यहां तेज हवाओं के साथ बारिश होती है। अक्टूबर से मार्च के बीच सोमनाथ घूमना सबसे अच्छा रहता है।
कैसे पहुंचे
सड़क मार्ग दीव से सोमनाथ के लिए लक्जरी बसें मिलती हैं। साथ ही आसपास के शहरों से सोमनाथ के लिए राज्य परिवहन की बसें भी चलती हैं।
सोमनाथ का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन वेरावल में है। यह स्टेशन कोंकण लाइन पर पड़ता है और सोमनाथ से 5 किमी दूर है। वेरावल रेल मार्ग के जरिए मुंबई से जुड़ा हुआ है।
एयर द्वारा सोमनाथ का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट 90 किमी दूर दीव में है। दीव एयरपोर्ट सिर्फ मुंबई से जुड़ा है। हालांकि मुंबई से भारत के प्रमुख शहरों और विदेशों के लिए उड़ानें मिलती हैं।
आरती समय | |
प्रातः आरती
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07:00
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दोपहर आरती
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12:00
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संध्या आरती
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07:00
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