तुला संक्रांति 2024: धार्मिक महत्व, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

तुला संक्रांति 2024: धार्मिक महत्व, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

तुला संक्रांति हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण पर्व है, जो हर वर्ष सूर्य देव के राशि परिवर्तन के साथ मनाई जाती है। इस दिन सूर्य देव कन्या राशि से तुला राशि में प्रवेश करते हैं, जिसे तुला संक्रांति के नाम से जाना जाता है। यह पर्व धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्वपूर्ण है, और इसे पूरे भारत में श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।

तुला संक्रांति का धार्मिक महत्व

सनातन धर्म में सूर्य देव को आरोग्य, समृद्धि और मानसिक शांति के कारक के रूप में पूजा जाता है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान-ध्यान कर सूर्य देव की उपासना की जाती है। मान्यता है कि तुला संक्रांति पर भगवान सूर्य की पूजा करने से साधक को सभी प्रकार के दुखों से मुक्ति मिलती है और जीवन में शांति व समृद्धि आती है। इस दिन दान-पुण्य का भी विशेष महत्व है, जो साधक के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।

2024 में तुला संक्रांति की तिथि और समय

तुला संक्रांति इस वर्ष 17 अक्टूबर 2024 को मनाई जाएगी। इस दिन सूर्य देव सुबह 7 बजकर 42 मिनट पर कन्या राशि से निकलकर तुला राशि में गोचर करेंगे।

इस अवसर पर पवित्र नदियों में स्नान, सूर्य उपासना, और दान-पुण्य करने का विशेष महत्व होता है। शुभ मुहूर्त में किए गए इन कार्यों से साधक को विशेष लाभ प्राप्त होता है।

तुला संक्रांति शुभ मुहूर्त:

  • पुण्य काल: सुबह 06:23 बजे से 11:41 बजे तक
  • महा पुण्य काल: सुबह 06:23 बजे से 09:47 बजे तक
  • शुभ क्षण: सुबह 07:52 बजे

सूर्य पूजा और दान का महत्व

तुला संक्रांति के दिन सूर्य देव की उपासना करने का विशेष विधान है। इस दिन गंगाजल युक्त जल से स्नान कर सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। यह प्रक्रिया मानसिक और शारीरिक शांति प्रदान करती है। इस दिन दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। अन्न, वस्त्र, और धन का दान करने से साधक के जीवन में समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

शुभ योग और उनकी महत्ता

तुला संक्रांति पर इस वर्ष सर्वार्थ सिद्धि योग और हर्षण योग का संयोग बन रहा है। यह दिन साधकों के लिए अत्यधिक शुभ है, और इन योगों में सूर्य देव की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इन योगों का लाभ उठाकर साधक को अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने का अवसर मिलता है।

तुला संक्रांति पर जपें यह मंत्र

तुला संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा विशेष रूप से की जाती है, और इस अवसर पर इन मंत्रों का जप करने से साधक को विशेष आशीर्वाद प्राप्त होते हैं:

  • ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः
  • ॐ घृणिः सूर्याय नमः
  • ॐ भास्कराय नमः

तुला संक्रांति पर दान के लाभ

इस दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व है। मान्यता है कि तुला संक्रांति के दिन किया गया दान कई गुना फल देता है। अन्न, वस्त्र, और धन का दान करने से पापों का नाश होता है और साधक को आरोग्य जीवन का वरदान प्राप्त होता है।

निष्कर्ष

तुला संक्रांति 2024 एक महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर है, जो साधकों के लिए विशेष लाभकारी है। इस दिन शुभ मुहूर्त में सूर्य देव की पूजा, स्नान, और दान करने से जीवन में शांति, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति होती है।

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