रमा एकादशी 2024: जीवन की सभी समस्याओं के निवारण के लिए करें ये उपाय

महत्व
रमा एकादशी का व्रत, जो इस वर्ष 28 अक्टूबर को है, भगवान विष्णु को समर्पित है। मान्यता है कि कार्तिक मास की इस एकादशी के दिन पूजा करने से जीवन की सभी बाधाएँ दूर होती हैं, पापों से मुक्ति मिलती है, और सुख-शांति प्राप्त होती है। इस एकादशी को लक्ष्मी जी का विशेष वरदान माना गया है, जिससे धन, वैभव, और समृद्धि में वृद्धि होती है।
पूजा विधि
रमा एकादशी के दिन, भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। सबसे पहले पीले रंग का आसन बिछाकर भगवान की मूर्तियों की स्थापना करें। भगवान विष्णु को हल्दी मिश्रित जल चढ़ाकर, धूप, दीप और चंदन का टीका लगाएँ। मां लक्ष्मी को लाल या गुलाबी वस्त्र अर्पित करें और गुड़ तथा चने की दाल का भोग लगाएँ। व्रत कथा का पाठ करें और अंत में लक्ष्मी जी की आरती करें।
चमत्कारी उपाय
- धन प्राप्ति के लिए: पूजा में लाल कपड़े में पाँच कौड़ियां बाँधकर मां लक्ष्मी को चढ़ाएँ। इसके बाद इन्हें अपने पर्स या तिजोरी में रखें।
- वैवाहिक सुख के लिए: तुलसी माता की उपासना करें और देसी घी का दीपक जलाएँ, जिससे दांपत्य जीवन में खुशहाली आती है।
- आर्थिक तंगी से मुक्ति के लिए: भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा कर धन की कमी को दूर करने की प्रार्थना करें।
व्रत मुहूर्त
रमा एकादशी व्रत का आरंभ 27 अक्टूबर को सुबह 5:23 बजे से और समापन 28 अक्टूबर को सुबह 7:50 बजे तक होगा। पारण का मुहूर्त 28 अक्टूबर को सुबह 6:31 से 8:44 बजे तक है।
रमा एकादशी का व्रत, जीवन में सौभाग्य और समृद्धि लाने का एक पवित्र अवसर है, जिससे मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है।
What's Your Reaction?






